बैहर एवं बिरसा के तहसीलदार द्वारा स्टाम्प विक्रेताओं के अभिलेखों का निरीक्षण करने पर पाया गया कि स्टाम्प विक्रेता श्री देवेन्द्र उयके, प्रेमलता रामटेककर एवं श्री प्रेमलाल चैधरी द्वारा निर्धारित दर से अधिक राशि लेकर स्टाम्प का विक्रय किया जा रहा है और इनके द्वारा स्टाम्पों का वास्तविक स्टाक न रखकर गलत जानकारी स्टाक सूची में दर्ज कर अनियिमिततायें की जा रही है।